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रवायत यह है दुनिया की करम ही साथ जाते हैं [गजल]

मेरी उड़ान
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कभी जीवन में अपने कुछ दुखद से पल भी आते हैं
सभी अपने हमेशा के लिए तब छूट जाते हैं /
समय अपना बुरा आया,तमस भी साथ ले आया
करीबी जो रहे अपने वही नजरें चुराते हैं /
किसे फुर्सत हमें देखे हमारा हाल अब जाने
हमें तन्हाइओं के अब भरोसे छोड़ जाते हैं
हमें रुसवाई में अक्सर तन्हा छोड़ जाते हैं
हमें रुसवाइओं में तन्हा अक्सर छोड़ जाते हैं
मिले ढूंढे नहीं कोई सहारा बन सके जो तब
मुसीबत में कहाँ अब लोग यूँ रिश्ते निभाते हैं
भला कर तू भला होगा बुरा मत सोचना मन में
रवायत यह है दुनिया की करम ही साथ जाते हैं/

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कभी जीवन में अपने कुछ दुखद से पल भी आते हैं

सभी अपने हमेशा के लिए तब छूट जाते हैं /

समय अपना बुरा आया,तमस भी साथ ले आया

करीबी जो रहे अपने वही नजरें चुराते हैं /

किसे फुर्सत हमें देखे हमारा हाल अब जाने

हमें रुसवाइओं में तन्हा अक्सर छोड़ जाते हैं /

मिले ढूंढे नहीं कोई सहारा बन सके जो तब

मुसीबत में कहाँ अब लोग यूँ रिश्ते निभाते हैं /

भला कर तू भला होगा बुरा मत सोचना मन में

रवायत यह है दुनिया की करम ही साथ जाते हैं /

कहाँ वश मौत पे अपना  न ही जीवन है वश में अब

ये खेला मौत जीवन का तो भगवन ही रचाते हैं /

…….सरिता भाटिया

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